
नई दिल्ली, रितेशु सेन। आज हम सबको पता है कि 5 जून को वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे मनाया जाता है, 21 जून को इंटरनेशनल योगा डे मनाया जाता है. लेकिन शायद ही आपको पता होगा कि, 21 मई को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस (International Tea Day) मनाया जाता है। और इसे आज भारत समेत कई अन्य देशों में मनाने की परम्परा है.
अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस का उद्देश्य
“इंटरनेशनल टी डे” को वर्ष 2005 से दुनियाभर में मनाने का चलन शुरू किया गया था. जिसका अहम् मुद्दा या उद्देश्य चाय के उत्पादों और व्यापार की ओर दुनियाभर के नागरिकों और सरकारों का ध्यान खींचना था. ताकि चाय व्यापार को और बढ़ावा दिया जा सके. आज इस दिवस को भारत, बांग्लादेश, केन्या, मलेशिया, इंडोनेशिया, वियतनाम, तंजानिया,मलावी, युगांडा और श्रीलंका जैसे चाय खेती-बाड़ी करने वाले देशो में जमकर मनाया जाता है. यही नहीं साल 2019 में इसे संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन द्वारा भी अपनाया गया था.
मालूम हो कि, इंटरनेशनल टी डे को सेलिब्रेट करने के लिए एक आदर्श वाक्य भी है जिसका समर्थन सभी देश करते हैं. और वह आदर्श वाक्य है- “Harnessing Benefits for all From Field to Cup” अथवा “मैदान से लेकर कप तक सभी के लिए लाभ का उपयोग”. इसी वाक्य के अंतर्गत अलग अलग थीम के साथ इस दिन को मनाते हैं.
लक्ष्य
वैसे तो अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस के एक नहीं कई लक्ष्य हैं. जिनमे मुख्यरूप से भूख के खिलाफ जंग करने के लिए प्रोत्साहित करना, गरीबी कम करना, महिलाओं को सशक्त बनाना, स्थलीय पारिस्थितिक तंत्र का सतत उपयोग करना इत्यादि। बता दें, पहले इस दिवस को 15 दिसंबर को मनाया जाता था. लेकिन, भारत की मांग करने पर अब इसे सभी देशों में 21 मई को मनाया जाता है.