दिल्ली में शराब बिक्री: कितनी भी महँगी करो, ये खरीदकर दिखाएंगे: वरुण आर्य

दिल्ली में शराब बिक्री: कितनी भी महँगी करो, ये खरीदकर दिखाएंगे: वरुण आर्य

  • लॉकडाउन के बावजूद भी पीने से बाज नहीं आए थे लोग
  • तीन से चार गुना पैसे देकर ब्लैक में खूब खरीदी गई शराब
  • शराब ही नहीं, तम्बाकू और खैनी की भी खूब हुई कालाबाज़ारी

नई दिल्ली, सत्यकेतन समाचार। ‘दिल है कि मानता नहीं, ये बेकरारी क्यों हो रही है, ये जानता ही नहीं, दिल है कि मानता नहीं…।’ लॉकडाउन 3.0 में शराब की दुकानें खुलने और शराब पर 70 प्रतिशत कोरोना टैक्स लगने के बावजूद दिल्ली के लोग जिस तरह शराब खरीदने के लिए आतुर दिखाई दे रहे हैं, फ़िल्म ‘साजन’ के इस गीत की ये पंक्तियां उन पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं। बल्कि ऐसा लगता है कि शराब ही उनकी साजन है और वो कह रहे हैं कि तुम कितनी भी महँगी कर दो, हम खरीदकर दिखाएंगे।

यह भी पढ़ें:- बुराड़ी: एनजीओ ‘सेवा एक मिशन’ ने किया दिल्ली पुलिस का सम्मान

उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 24 मार्च से लॉकडाउन शुरू हुआ था। किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि सरकार रातों रात ऐसा फैसला ले लेगी। लॉकडाउन के साथ ही शराब की तमाम दुकानों पर भी एकदम से ताला जड़ गया। ऐसे में शराब के मुरीदों पर तो जैसे पहाड़ टूट पड़ा। हर कोई यही कहता सुनाई व दिखाई दिया कि अगर सरकार दो दिन का टाइम भी दे देती तो वे अपने कोटे के इंतजाम करके रख लेते। इसके बाद लोग आपस में एक-दूसरे से शराब की पूछताछ और बोतल की मांग भी करते दिखे। लेकिन लॉकडाउन का ये पहाड़ सभी के सिर पर एक साथ ही टूटा था, तो वो उम्मीद भी धराशायी हो गई।

यह भी पढ़ें:- मुखर्जी नगर में वॉट्सऐप ग्रुप बना नाबालिगों को नशा बेचने वाली महिला पकड़ी

इसके बाद इन लोगों को ड्राई-डे के दौरान शराब ब्लैक करने वाले जुगाड़ियों में उम्मीद की किरण दिखाई दी। लेकिन ये किरण उन्हें बहुत महँगी पड़ी। दरअसल, इन ब्लैकियों ने लोगों को शराब जरूर मुहैया कराई, लेकिन एक बोतल के दाम 3 से 4 गुना तक वसूले गए। एक तो लॉकडाउन, उस पर काम-धंधे ठप्प, लेकिन शौक बड़ी चीज है। बस यही सोचकर लोगों ने शराब की मुंहमांगी कीमत तक चुकाई और अपनी शराब की प्यास बुझाई। वे बस यही सोचकर शराब पीकर अपना गम मिटाते रहे कि कभी तो इस लॉकडाउन की सुबह होगी।

यह भी पढ़ें:- जब किडनी पीड़िता के घर केक लेकर पहुंची थाना मुखर्जी नगर पुलिस टीम

ये हाल सिर्फ शराबियों का नहीं, बल्कि तम्बाकू और खैनी का नशा करने वाले लोगों का भी रहा। इन लोगों को भी अपनी तलब पूरी करने के लिए दर-दर भटकना पड़ा। तम्बाकू की किल्लत और लॉकडाउन की मार के चलते इन लोगों को भी 5 से 10 रुपए के पैक 20 से 30 रुपए में खरीदने पड़े। ऐसे में दिल्ली में तीसरा लॉकडाउन इन लोगों के लिए खुशी की सौगात लेकर आया। जहां एक तरफ दिल्ली सरकार ने शराब की कुछ दुकानें खोलने का फैसला लिया, वहीं कुछ पाबंदी के साथ अन्य दुकानें खोलने की भी मंजूरी दे दी। भले ही सरकार ने एक दिन बाद ही शराब पर 70 प्रतिशत का कोरोना टैक्स ठोक दिया, लेकिन जिन लोगों ने लॉकडाउन में 4 गुना कीमत चुकाकर शराब पी हो, उनके लिए तो 150 प्रतिशत टैक्स भी कम ही था। ऐसे में वे इसी लहजे में शराब खरीदने के लिए लाईनों में खड़े दिखाई दिए कि ‘तुम कितनी भी महंगी कर दो, हम खरीदकर दिखाएंगे।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *