मुस्लिम समुदाय के दो अलग-अलग पक्षों में विवाद बढ़ गया. पुलिस वहां मौजूद थी लेकिन इसके बावजूद 20-25 लोग वहां जमा हुए. सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होता रहा मगर पुलिस देखती रही. इतना ही नहीं, उनकी मौजूदगी में भी दोनों गुटों के बीच लड़ाई शुरू हो गई.
कोरोना महामारी के संकट से उबरने के लिए सरकारें लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही हैं. जहां जरूरत है, वहां इलाकों को सील किया जा रहा है और लॉकडाउन तो पहले से लागू है ही. इन सब के बावजूद लोग अब भी सतर्क नहीं हो रहे हैं. दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा के छोलस गांव में कुछ बच्चे मैदान में क्रिकेट खेलने पहुंच गए. बाद में पुलिस को इस बात की जानकारी दी गई.
पुलिस की मौजूदगी में होती रही झड़प
पुलिस को वहां आता देख बच्चे तो भाग गए लेकिन आपस में ही उलझ गए. कहासुनी, लात-घूंसों में बदल गई और तीन बच्चे घायल हो गए. जिसके बाद सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं चार लोगों को लॉकडाउन नियम के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
पहली नजर में यह लोगों की लापरवाही का मामला तो लगता ही है, साथ ही प्रशासनिक लापरवाही की बात भी सामने आ रही है. क्योंकि पुलिस सड़कों पर चौकसी कर रही है और बच्चे खुलेआम मैदानों में क्रिकेट खेल रहे हैं. इतना ही नहीं जब बच्चों के बीच लड़ाई हो रही थी तब भी पुलिस वहां मूकदर्शक बनी देखती रही.
क्या है मामला?
10 अप्रैल 2020 को छोलस गांव के प्रधान के पति बहादुर अली ने पुलिस को फोन कर बताया कि कुछ बच्चे लॉकडाउन के बावजूद मैदान में क्रिकेट खेल रहे हैं. पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद सभी बच्चे भाग गए. क्रिकेट खेलने वाले दो बच्चे बहादुर अली के भी थे, जिसने पुलिस को फोन कर बुलाया था.
इसी बात को लेकर मुस्लिम समुदाय के दो अलग अलग पक्षों में विवाद बढ़ गया. पुलिस वहां मौजूद थी, इसके बावजूद 20-25 लोग वहां जमा हुए. सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होता रहा पुलिस देखती रही. इतना ही नहीं उनकी मौजूदगी में भी दोनों गुटों के बीच लड़ाई शुरू हो गई.
जिसके बाद तीन लोग घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया और चार लोगों को पुलिस ने लॉकडाउन के उल्लंघन में गिरफ्तार कर लिया. यह पूरा मामला सीसीटीवी में भी कैद हो गया है.