लॉकडाउन: पूरी नींद लेने से मिलेगी अच्छी सेहत, जानें कैसे लें अच्छी नींद

Getting full sleep during lockdown will provide good health, learn how to sleep well

Lockdown: लॉकडाउन के दौरान आपकी सेहत का दुरुस्त रहना बहुत जरूरी है। अच्छी नींद न लेने से कई तरह की परेशानी हो सकती हैं। जिस तरह इन दिनों शरीर के लिए पौष्टिक भोजन जरूरी है, वैसे ही कम से कम आठ घंटे की पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है। इन दिनों आप घर पर हैं तो जाहिर है कि समय आपके पास अधिक है। ऐसे में देर रात तक टीवी देखकर नींद से कोई समझौता करना ठीक नहीं।

यह ऐसा वक्त है जहां मामूली तबियत खराब होने पर डॉक्टर का भी मिलना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में खुद ही न सिर्फ तनाव मुक्त रहना होगा, बल्कि नींद को भी नजरअंदाज नहीं करना है। अच्छी नींद न सिर्फ आपको कई रोगों से दूर करती, बल्कि आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि जब कोई मरीज सिरदर्द की समस्या से जूझता है तो वह भी एक सामान्य न्यूरोलॉजिकल विकार है, जो 60-70 प्रतिशत तक नींद में खलल से संबंधित है।

  •  अच्छी नींद कैसे लें

– प्रतिदिन नियमित रूप से व्यायाम करें
– हर रोज सोने का एक तय समय हो
– शाम और रात के समय कॉफी के सेवन से बचें
– टीवी, कंप्यूटर या मोबाइल पर समय बिताना कम करें, खासकर सोने से पहले
-कोशिश करें कि दिन के समय बिल्कुल न सोएं
– बिस्तर पर जाने से पहले गुनगुने पानी से नहाएं। इससे आप रिलैक्स महसूस करेंगे और नींद भी अच्छी आएगी।

  •  स्वास्थ्य मंत्रालय का देखें वीडियो

-हाल ही में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक वीडियो जारी करके बताया कि कैसे आप लॉकडाउन में ऐसे हालातों में मानसिक स्वास्थ्य बेहतर रख सकते हैं, जिसका सीधा असर आपकी नींद पर भी पड़ता है।
-अगर मन अशांत है तो बार-बार खबरों से कुछ देर के लिए ध्यान हटा लें। इंडोर गेम्स को खेलने की कोशिश की जा सकती है। शतरंज, कैरम, लूडो आदि। मगर आपको घर के सदस्य से दूरी बनाकर बैठना है।
-इसके अलावा खानपान हल्का रखें, ताकि पचने में भी आसानी हो। इससे आपको अच्छी नींद आएगी और आप तनाव मुक्त भी रह पाएंगे।

  •  क्या न करें

-कोरोना से संबंधित झूठी अफवाहों को शेयर न करें
-खबरों के लिए किसी भी स्रोत पर भरोसा न करें
-सोशल मीडिया से दूरी बनाएं
-कोरोना से संबंधित अपडेट हर वक्त लेने से बचें

  •  नींद न आना तनाव का एक कारण

-80 प्रतिशत लोगों में तनाव के बाद जो लक्षण दिखते हैं उनमें गुस्सा, डिप्रेशन, सिरदर्द, अपच और मांसपेशियों में दर्द शामिल है
-48 प्रतिशत लोगों में तनाव के कारण नींद न आना प्रमुख कारण होता है
-33 प्रतिशत लोगों में तनाव, गंभीर स्थिति में देखा गया

स्रोत : अमेरिकन साइकोलॉजी एसोशिएशन व अमेरिकन इंस्टीटयूट ऑफ स्ट्रेस

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