नई दिल्ली, सत्यकेतन समाचार। श्री देवोत्थान सेवा समिति (पंजी) के तत्वावधान में 19वीं अस्थि कलश विसर्जन यात्रा में इस बार 4896 अस्थि कलशों को विधिवत वैदिक रीति व 100 किलो दूध की धारा के साथ सतीघाट, कनखल, हरिद्वार में मंत्रौच्चारण के साथ मां गंगा के आंचल में मोक्ष दिलवाया गया।
समिति के अध्यक्ष अनिल नरेन्द्र ने वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमणकाल के दौरान भारत सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए अधिक उम्र होने के चलते यही से पुष्पांजलि अर्पित कर इस बार की जिम्मेदारी महामंत्री व यात्रा संयोजक विजय शर्मा को सौंपी और यात्रा में केवल 18 वर्ष से ऊपर व 60 वर्ष से कम के केवल 85 श्रृद्धालुओं को ही यात्रा में शामिल किया।
उन्होंने सभी को मास्क, सैनिटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग के साथ यात्रा में शामिल होने का आग्रह किया। यात्रा संयोजक विजय शर्मा ने बताया कि इस बार दिल्ली एनसीआर के ही श्मशान घाटों से 4896 अस्थि कलश एकत्रित किए, जिनमें 2470 कोरोना महामारी के दौरान मृतकों की थी। उन्होंने कहा कि समिति अभी तक कुल 1,41,685 (एक लाख इकतालीस हजार, छह सौ पिच्चासी) अस्थि कलशों का विसर्जन कर चुकी है। जगह जगह श्रृद्धालुओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर विदा किया।
यात्रा में रामकिशन लोहिया, मनोज मेंदीरत्ता, दयादत्त भारद्वाज, रामनाथ लूथरा, पंकज आंगरा, किरणदीप कौर, विजय कुमार, सुरेश रुस्तगी, प्रेम गुलाटी, पवन अरोडा, डीके भार्गव, आरएस दुआ, कन्हैया लाल श्रीवास्तव, आचार्य श्री विष्णु अवतार शास्त्री, दिनेश भारद्वाज, अवधेश शर्मा, उमेश कौशिक, डा.राजीव तुम्बडिया, रवीन्द्र गोयल, काशीनाथ, सहित पुरोहित पं.जितेन्द्र शास्त्री का विशेष सहयोग रहा।