जानिए खालिस्तान के किसान आंदोलन को समर्थन की वजह आखिर क्यों बड़ी सोशल मीडिया पर खालिस्तान से जुडी पोस्ट

जानिए खालिस्तान के किसान आंदोलन को समर्थन की वजह आखिर क्यों बड़ी सोशल मीडिया पर खालिस्तान से जुडी पोस्ट

नई दिल्ली, सत्यकेतन समाचार। दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को अब करीब 15 दिन से ज्यादा हो चुके हैं. इस बीच सुरक्षा एजेंसियां भी इस आंदोलन पर नजर बनाए हुए हैं. ऐसे में खालिस्तान और जनरैल सिंह भिंडरवाले से जुड़ी हुई बहुत सारी सोशल मीडिया पोस्ट इशारा कर रही हैं कि किसान आंदोलन की आड़ में खालिस्तान मूवमेंट को जिंदा करने की भी कोशिश की जा रही है. इस बीच महाराष्ट्र साइबर सेल के हाथ बेहद चौंकाने वाली जानकारी लगी है.

महाराष्ट्र साइबर सेल के सूत्रों के मुताबिक, पिछले 15 दिन में अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर ‘खालिस्तान’ से जुड़ी हुई करीब 12,800 पोस्ट की गई हैं जबकि ‘जनरैल सिंह भिंडरावाले’ से जुड़ी हुई करीब 6,321 सोशल मीडिया पोस्ट की गई हैं.

महाराष्ट्र साइबर सेल इन सब पर ना केवल नजर रखे हुए है बल्कि इनसे जुड़े सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी जांच कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, इनमें से कई सोशल मीडिया अकाउंट्स ऐसे हैं जो काफी वक्त पहले बनाए गए थे लेकिन एक्टिव नहीं थे. अब किसान आंदोलन के दौरान अचानक से ये एक्टिव हो गए हैं. गौरतलब है कि कई ट्विटर हैंडल्स के नाम बता रहे हैं कि वो पाकिस्तान से किए जा रहे हैं. पाकिस्तान खालिस्तान और खालिस्तानी आतंकियों को सपोर्ट करता है.

महाराष्ट्र साइबर सेल अपने एक खास सॉफ्टवेयर के जरिए इन पर नजर रखे हुए है. महाराष्ट्र साइबर सेल के सूत्रों के मुताबिक, इन सोशल मीडिया पोस्ट्स को किसान आंदोलन से जोड़कर देखने की दो वजह सामने आई हैं.

किसान आंदोलन के दौरान खालिस्तान की सोच रखने वाले कुछ लोगों ने इस आंदोलन को हाईजैक करने की कोशिश की है. कनाडा, यूनाइटेड किंगडम में तो बाकयदा खालिस्तान की झंडे और नारे लगाए गए हैं.

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई समर्थित खालिस्तानी आतंकवादी पहले से ही ‘Referendum 2020’ मूवमेंट चला रहे हैं. ऐसे में ‘खालिस्तान’ और ‘जनरैल सिंह भिंडरवाले’ से जुड़ी हुई इतनी सारी सोशल मीडिया पोस्ट इशारा कर रही हैं कि किसान आंदोलन की आड़ में खालिस्तान मूवमेंट को जिंदा करने की भी कोशिश की जा रही है.