
आईपीएल 2022 के सीजन 15वें में जम्मू-कश्मीर के रहने वाले तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंककर आईपीएल में बवाल मचा रखा है। आईपीएल के इस सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेल रहे उमरान मलिक ने सबसे तेज गेंद 154 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी फेंकी है। वो भी एक बार नहीं, बल्कि दो-दो बार। अपने क्लीन ऐक्शन की वजह से उमरान लगातार 150 की रफ्तार के आसपास गेंदबाजी कर रहे हैं। लेकिन आप जानते हैं कि कोई गेंदबाज 150 की रफ्तार से गेंद इतनी आसानी से कैसे फेंक पाता है।
तो चलिए आपको समझाने की कोशिश करते हैं कि कैसे कुछ गेंदबाज आसानी से 150 की रफ्तार से बॉलिंग करते हैं और कुछ गेंदबाज लाख कोशिश के बावजूद अपनी रफ्तार नहीं बढ़ा पाते…
क्रिकेट के दौर में एक वक्त था जब वेस्टइंडीज के लंबे-चौड़े कद वाले गेंदबाज ही तेज रफ्तार से बॉलिंग करते थे। बाकी अन्य देशों के तेज गेंदबाज वेस्टइंडीज गेंदबाजों आगे स्पिनर जैसे लगते थे। फिर बीच की रफ्तार से गेंद फेंकने वाले गेंदबाजों को मीडियम पेसर कहा जाने लगा। हालांकि, जैसे-जैसे क्रिकेट का क्रेज तेज हुआ और दुबले-पतले गेंदबाज भी आए जिन्होंने अपनी रफ्तार से सबको चौंकाया। उन्हीं में ऑस्ट्रेलिया के ब्रेट ली, दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन और इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर जैसे कई दिग्गज गेंदबाजों ने यह साबित किया कि गेंदबाजी की रफ्तार के लिए सिर्फ मजबूत कद-काठी ही जरूरी नहीं है।
तेज गेंदबाजी करने के लिए एक अच्छी और सही टेक्नीक की जरूरत पड़ती है। सही टेक्नीक के साथ अगर कोई गेंदबाजी करता है तो वह एक अच्छी गति के साथ गेंद फेंक सकता है। अधिकतर आपने देखा होगा कि बहुत से गेंदबाजों को इंजरी हो जाती है, या फिर वह तेज गति से गेंद नहीं कर पाते है।
अभी उमरान मलिक 22 साल के हैं और आराम से 145 से 150 के बीच गेंदें फेंकते हैं। आईपीएल के इस सीजन में उमरान मलिक की जैसे-जैसे लाइन-लेंथ अच्छी होती जा रही है, वैसे-वैसे उनकी स्पीड और घातक होती जा रही है। उमरान मलिक ने अपनी घातक गेंदबाजी के दम पर आईपीएल के इस सीजन में 3 मई तक 9 मैच खेले हैं और कुल 15 विकेट लिए हैं।
उमरान मलिक कुछ साल पहले तक टेनिस बॉल क्रिकेट ही खेलते थे। उनकी टीम के कोच हेमंग बदानी बताते हैं कि उमरान नैचुरल हैं। उमरान मलिक के बारे में एक चीज यह भी है कि उन्होंने कोई खास ट्रेनिंग नहीं मिली है। न ही वह किसी बड़ी क्रिकेट एकेडमी के प्रोडक्ट हैं। ऐसे में यह साफ है कि उनका ऐक्शन और उनकी रफ्तार पूरी तरह से नैचुरल है।
अब तक क्रिकेट के इतिहास की सबसे तेज गेंद (160 kmph) फेंकने का रेकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के जेफ थॉमसन के नाम पर है। उनके बारे में ऐसा कहा जाता है कि वह अपनी फ्लेक्सिबिलिटी के चलते ही इतनी अच्छी तेज रफ्तार से गेंदबाजी करते थे। उनके हाथ और उनके शरीर को देखकर समझ आता है कि उनकी रफ्तार का राज उनके हाथ में ही छिपा है।
वहीं, एक्सपर्ट कहते हैं कि फर्क सिर्फ इससे पड़ता है कि बॉलिंग क्रीज पर पहुंचने के बाद आपकी रफ्तार क्या होती है। जसप्रीत बुमराह यही करते हैं। छोटे रन-अप के बावजूद क्रीज पर पहुंचने की बाद उनकी रफ्तार बाकी के तेज गेंदबाजों की जितनी हो जाती है। यही वजह है कि जसप्रीत बुमराह हमेशा अच्छी रफ्तार से बॉलिंग करते हैं।
वैसे तो गेंदबाजी करने और अच्छी रफ्तार बनाने के लिए इतना गुणा-गणित समझने की जरूरत नहीं होती। अगर ऐसा होता तो छोटे शहरों से आने वाले बच्चे इतनी अच्छी और तेज गेंदबाजी नहीं कर पाते। ज़रूरी सिर्फ इतना है कि आप पूरे दम से गेंदबाजी करें और अपने शरीर की ऊर्जा को सही दिशा में लगाएं। हां, इतना ज़रूर है कि आप थोड़ी बारीकियों को समझकर अपनी रफ्तार को और बढ़ा सकते हैं।