Delhi Cheating Case: देशभर में रोजाना ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में लोगों को ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए जागरूक किया जाता है। हालांकि, हर बार ठग ऐसा नया तरीका इजाद कर लेते हैं, जिससे न केवल आम इंसान बल्कि पुलिस भी हैरान रह जाती है। ऐसा ही ठगी का एक अनोखा मामला आईपी एस्टेट पुलिस थाना क्षेत्र से सामने आया है। यहां आरोपियों ने दिल्ली क्राइम ब्रांच और सेना के नाम से पीड़ित का भरोसा जीत लिया और इसके बाद जो साजिश रची, उसका अंदाजा शायद आप भी नहीं लगा पाते। पीड़ित ने आईपी एस्टेट पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कर बताया है कि कैसे ठगों ने 95100 की राशि उसके बैंक अकाउंट से हड़प ली है। पीड़ित की आपबीती जानकर पुलिसकर्मी भी खासे हैरान हैं। तो चलिये बताते हैं कि राजधानी में ठगों ने लोगों को लूटने के लिए अब कौन सा नया तरीका इजाद किया है।
दिल्ली के निरंकारी कॉलोनी निवासी दीवान सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वे शनिवार यानी 7 अक्टूबर को नोएडा से अपनी ड्यूटी करके आपने घर जीटीबी नगर की ओर जा रहे थे। करीब 6.45 बजे पर आईजी स्टेडियम बस स्टैंड पर दूसरी बस पकड़ने के लिए उतरे। इस दौरान बस स्टैंड पर उनके पास एक व्यक्ति आया और बातचीत करते हुए अपना परिचय आर्मी के जवान के रूप में दिया। इसके बाद एक सफेद रंग की गाड़ी वहां रुकी। गाड़ी में सवार लोगों ने जीटीबी नगर जाने का रास्ता पूछा और कहा कि वे क्राइम ब्रांच से हैं और उन्हें भी वहां छोड़ देंगे।
शिकायतकर्ता ने आगे बताया कि थोड़ी दूरी चलने के बाद आरोपियों के पास वायरलेस पर कॉल आई कि नोएडा में 8-10 लाख की चोरी हो गई है। घटना में एक महिला की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया। इसके बाद आरोपियों ने पीड़ित से पूछा कि आपके पास कैश कितना है और कोई कीमती सामान जैसे एटीएम या कुछ और है। पीड़ित ने उन्होंने बताया कि हां, मेरे पास एटीएम कार्ड है। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें एक पीले रंग का लिफाफा दिया और बताया कि ये सरकारी लिफाफा है, इसमें चिप लगी है। इसमें आप अपने एटीएम कार्ड डाल दीजिए, क्योंकि आगे चैकिंग होगी तो मशीन में सब आ जाएगा।
इस दौरान आरोपियों ने बातों में उलझाकर शिकायतकर्ता को पुलिस का डर दिखाकर एटीएम का पिन भी जान लिया। फिर कश्मीरी गेट हनुमान मंदिर से यू टर्न लेकर आईटीओ फ्लाईओवर पर चल दिए। इसके बाद आरोपियों ने शिकायतकर्ता को गीता कॉलोनी के लिए जाने वाले कट के पास उतार दिया और कहा कि हम अभी आगे से राउंड लेकर आ रहे हैं, आप यहीं रुक जाओ, क्योंकि आगे चैकिंग हो रही और ये सरकारी गाड़ी है, तो साहब नाराज होंगे। इसके बाद जो व्यक्ति खुद को आर्मी का बताकर गाड़ी में बैठा था, उसे ये कहकर बैठे रहने दिया कि आपके पास आर्मी का कार्ड है, आप बैठे रहिए और चले गए। शिकायतकर्ता 20-25 मिनट इंतजार करके बस से अपने घर आ गए।
शिकायतकर्ता को धोखाधड़ी का तब पता चला, जब वह एटीएम पर पैसे निकालने गए और देखा जिस लिफाफे में आरोपियों ने एटीएम कार्ड रखवाए थे, उसमें एटीएम की जगह प्लेन आधार कार्ड निकले। इसकी शिकायत उन्होंने आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन में दी।